अक्षर- अक्षर ने सोचा चलो अक्षर से मिलते है अक्षर ने वन उपवन सब खोजे पर जिस अक्षर से वो मिलना चाहता था वो उसे मिला ही नहीं | सारे ग्रन्थ पढे पर अक्ष्र्र से अक्षर का साक्षात्कार नहीं हो सका | यह अक्षर एक मन्दिर के सामने खड़ा हो गया | अक्षर ने मूर्त्ति से पूछा क्या तुमने अक्षर को देखा है | मूर्त्ति कुछ मुस्करायी मानो कह रही हो अक्षर तो हर जगह है कॄष्ण की वंशी में अक्षर है | राधा की पायल की रुनझुन में अक्षर है | कॄष्ण और राधा की रासलीला अक्षर की ही तो रास लीला है अपने भीतर देखो में वहीं मिलूंगा | अपने भीतर के अक्षर को पहचानो | अक्षर ही ईश्वर है ; ईश्वर ही अक्षर है | अ से अक्षर और यह अक्षर ही अक्षर से मिलाता है |
अक्षर ही परमात्मा है
अक्षर ही परमात्मा है
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