भावनाएँ फूलो की पंखुड़ियों की तरह कोमल होती हैं
ममता - वात्सल्य इनसे ही पोषित होते हैं !
भावनाएँ रिश्तो को राग सूत्र में बांधती हैं !
राखी के बंधन में है भावनाओ से रससिक्त
रेशम की डोर ! भाईदूज के रोली टीके में है बहिन की भावना
जो मायके के द्वार को सदा अपने लिए खुला पातीहै यह भावना
ही है जो अपरिचित दिलो को सदा के लिए स्नेहसिक्त गठजोड़ में बांध ती है
पर्व; मेले ; त्यौहार सब भावनाओ से जुड़े है ! नीड़ निर्माण भी भावनाओ से जुड़ा है
पायल को वंशी से जोड़ ने वाली भावना ही तो है यह भावना ही थी जिसके कारण
मीरां जहर का प्याला पी गयी और वो तो अमृत बनगया भावनाओ से राग
राग से सृष्टि जुड़ी है भावना के बिना तो सब शुष्क मरुस्थल है बंद खिड़की
बंद दरवाजे बस यही जीवन की परिभाषा रह गयी है
ममता - वात्सल्य इनसे ही पोषित होते हैं !
भावनाएँ रिश्तो को राग सूत्र में बांधती हैं !
राखी के बंधन में है भावनाओ से रससिक्त
रेशम की डोर ! भाईदूज के रोली टीके में है बहिन की भावना
जो मायके के द्वार को सदा अपने लिए खुला पातीहै यह भावना
ही है जो अपरिचित दिलो को सदा के लिए स्नेहसिक्त गठजोड़ में बांध ती है
पर्व; मेले ; त्यौहार सब भावनाओ से जुड़े है ! नीड़ निर्माण भी भावनाओ से जुड़ा है
पायल को वंशी से जोड़ ने वाली भावना ही तो है यह भावना ही थी जिसके कारण
मीरां जहर का प्याला पी गयी और वो तो अमृत बनगया भावनाओ से राग
राग से सृष्टि जुड़ी है भावना के बिना तो सब शुष्क मरुस्थल है बंद खिड़की
बंद दरवाजे बस यही जीवन की परिभाषा रह गयी है
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