शनिवार, 13 सितंबर 2014

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हिन्दी दिवस पर विशेष --14 सितम्बर राष्ट्र भाषा  -राजभाषा  हिन्दी के लिए स्मरण -दिवस | 14 सिताम्बर 1949 का शुभ दिन जब भारत की संविधान सभा  ने एक सावर  से अनुच्छेद 347 को स्वीकृति दी थी | जिसका पाठ इस प्रकार है >हिन्दी संघ की राजभाषा होगी देवनागरी उसकी लिपि होगी | इसके नीचे उपबन्ध में लिखा गया था {15 वर्ष तक अंग्रेजी का प्रयोग यथावत् चलता रहेगा }हिन्दी के राजभाषा के स्वरुप की मान्यता के लिए निम्न तथ्य ध्यातव्य है- ---------1-भारत में 11प्रदेशों में हिन्दी मातृ भाषा के रुप में बोली जाती है 2 (चीनी भाषा) के बाद सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है 3- हिन्दी बोलने वालो की संख्या 60% से अधिक है और जानने वालो की संख्या कहीं अधिक है इसके बाद 6% तेलगु बोलने वाले ; अन्य 6% से भी कम है ; अंग्रे़जी बोलने वालों की संख्या ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌1/2% है अल्पज्ञान रखने मात्र 4% है |4- हिन्दी राजभाषा और राष्ट्र भाषा  के रुप में राष्ट्रगान राष्ट्र ध्वज की तरह ही भारत के  स्वाभिमान  का प्रतीक है | भारत के बाहर भी विविध देशो में भी 100 से अधिक - विश्व विद्यालयों में हिन्दी  अध्ययन - अध्यापन होता है | 5-हिन्दी मे लगभग 9लाख है जो अँग्रेजी से कुछ कम है | 6-  - हिन्दी की लिपि  देवनागरी को विश्व  में कंप्यूटर  के लिए सर्वाधिक वैज्ञानिक लिपि के रुप में अमेरिका आदि  में स्वीकार किया है| इस प्रकार सर्वं गुण संपन्न भाषा की हम अपने देश में घोर अवज्ञा कर रहे है |यह हमारा परम  दुर्भाग्य है कि भारत के विदेश मंत्रालय से विदेशों में एक भी पत्र 1914 से पूर्व  हिन्दी में नही गया |संयुक्त राष्ट्र संघ  में भी संपर्क भाषा के रुप  में भी स्थान दिलाने का प्रयास नही किया गया | कितने विस्मय की बात है कि स्वतन्त्रता के 67 वर्षो में किसी भी प्रधान मंत्री ने विदेश में जाकर हिन्दी में जाकर बात नही की | अटल बिहारी जी  दो बार संयुक्त .रा.संघ हिन्दी में बोले थे | प्रफुल्लता है कि नवागत सरकार ने पहली बार देश विदेश में हिंदी मे बोलने का संकल्प लिया | किसी भी उन्नत देश में  उच्च शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नही है जबकि हमारे भारत में उच्च  शिक्षा का  माध्यम  अंग्रेजी है | हिन्दी दिवस पर  हिन्दी के लिए स्वस्थ  राष्ट्रीय संकल्प की आवश्यकता है | प्रधान मंत्री की जापान और नेपाल यात्रा से ऐसी आशा जगी है कि हिन्दी को राजभाषा-राष्ट्रभाषा के रुप में उसकी अस्मिता प्राप्त होगी  आशा भटनागर 84 पी ब्लॉक श्री गंगानगर राजस्थान
     

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