सूर्य की पहली किरण को नमस्कार सबके लिए आज का दिन शुभ हो |
सरस्वती वंदन ----मंगलमयि ! वर् दो
सत्त्व पूर्ण मधुमय किरणो से भरे रंगे स्वर दो |
टूटे ध्वांत जटिल मायाक्रम ;
छँटे निराशाजन्यमलिन भ्रम |
स्नेहदीप्त उल्लास -मधुरिमा से जीवन भर दो |
यौवन-उष्मा मुकुलित हों तन |
तव उदार ममता पूरित मन |
बुद्धि धवल अद्ध्यात्म ज्योति से ज्योतित कर दो |
सरस्वती वंदन ----मंगलमयि ! वर् दो
सत्त्व पूर्ण मधुमय किरणो से भरे रंगे स्वर दो |
टूटे ध्वांत जटिल मायाक्रम ;
छँटे निराशाजन्यमलिन भ्रम |
स्नेहदीप्त उल्लास -मधुरिमा से जीवन भर दो |
यौवन-उष्मा मुकुलित हों तन |
तव उदार ममता पूरित मन |
बुद्धि धवल अद्ध्यात्म ज्योति से ज्योतित कर दो |
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